कुरुक्षेत्र (23 जनवरी 1973)
कुरुक्षेत्र, हरियाणा राज्य का 10 वां जिला है। इस जिले की स्थापना 23 जनवरी 1973 को करनाल जिसे से अलग करके हुई थी । अब यह जिला अम्बाला कमश्नरी के अधीन आता है।
कुरुक्षेत्र का नाम राजा कुरु के नाम पर रखा गया था जोकि महाभारत में पांडवों और कौरवों के पूर्वज थे। कुरुक्षेत्र की पौराणिक सीमा 48 कोस की मानी गई है । इसमें बहुत से तीर्थ स्थल शामिल हैं । कुरुक्षेत्र के अतिरिक्त कैथल, करनाल, पानीपत और जिंद का क्षेत्र सम्मिलित हैं।
कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। कुरुक्षेत्र की सीमा अंबाला, करनाल, यमुना नगर, कैथल और पंजाब के पटियाला इन पांच जिलों की सीमा लगती है। यह जिला 1530 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह क्षेत्र 29052’00 “एन और 30012’02” एन और 76026’27 “ई से 7704’57” ई के लंबे अक्षांश के अक्षांश पर स्थित है। हरियाणा राज्य के कुल क्षेत्रफल में इसका क्षेत्रफल 3.46% है।
कुरुक्षेत्र के प्राचीन नाम / उपनाम :-
- धर्मक्षेत्र
- कुरुक्षेत्र
- धर्मनगरी
- कुरु राज्य
- गीता उपदेश स्थली
- गीता जन्म स्थली
- कुरु के क्षेत्र
- वैदिक आर्य संस्कृति के अनुसार :- पोषक स्थली, महाभारत युद्ध की रणभूमि, श्रीमद्भगवद्गीता की जन्मस्थली
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल :-
- ब्रह्मसरोवर
- सन्निहित सरोवर
- भीष्म कुण्ड़, नरकातारी
- शेख चिल्ली का मकबरा, थानेसर
- हर्ष का टीला, थानेसर
- कुरुक्षेत्र पैनोरमा और विज्ञान केंद्र
- श्रीकृष्ण संग्रहालय
- धरोहर संग्रहालय
- कृष्ण अर्जुन रथ, ब्रह्मसरोवर
- सदाचार स्थल, ब्रह्मसरोवर के पूर्वी भाग पर
- बौद्ध स्तूप, ब्रह्मसरोवर के पश्चिमी भाग पर
- कल्पना चावला तारामण्डल, पेहोवा रोड़
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर :-
- स्थानेश्वर महादेव मंदिर
- शक्ति पीठ – भद्रकाली मंदिर
- तिरुपति बालाजी
- अरुणाई मंदिर, पेहवा
- बिरला मंदिर
- लक्ष्मी नारायण मंदिर
- इस्कॉन मंदिर, ज्योतिसरई
- बाबा काली कमली मंदिर
- जैन मंदिर
- नाभिकमल तीर्थ, थानेसर
- चिठ्ठा मंदिर, बीड़ पिपली
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध गुरुद्वारे :-
- गुरुद्वारा श्री पहली पातशाही
- गुरुद्वारे श्री पातशाही तीसरी
- गुरुद्वारा छठी पातशाही
- गुरुद्वारा सातवीं पातशाही
- गुरुद्वारा आठवीं पातशाही
- गुरुद्वारा श्री नौवी पातशाही
- गुरुद्वारा श्री दसवीं पातशाही
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध गुरुद्वारे से संबंधित प्रश्न- उत्तर के लिए यहाँ पर जाऐं ।
ऐतिहासिक इमारतें :
- नाभा हाउस
- फरीदकोट हाउस
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध 48 कोस तीर्थ :-
1. अरुणाई तीर्थ, अरनाई
2. प्राची तीर्थ, पिहोवा
3. सरस्वती तीर्थ, पिहोवा
4. ब्रह्मयोनी तीर्थ, पिहोवा
5. पृथुदक तीर्थ, पिहोवा
6. शालिहोत्र तीर्थ, सरसा
7. भीष्म कुंड, नरकतारी
8. बाण गंगा तीर्थ, दयालपुर
9. कुलोतरन तीर्थ, किरमीच
10. ब्रह्म सरोवर, कुरुक्षेत्र
11. सन्निहित सरोवर
12. भद्रकाली मंदिर
13. अदिति तीर्थ और अभिमन्यु का टीला, अमीन
14. गीता का जन्म स्थान, ज्योतिसर
15. सोम तीर्थ, सैन्सा
16. शुक्र तीर्थ, सतोरा
17. गालव तीर्थ, गुलदेहरा
18. सप्तसरस्वता तीर्थ, मंगरा
19. ब्रह्म तीर्थ (ब्रह्म स्थान), थाना
20. सोम तीर्थ, गुमथलगडु
21. मणिपुरक तीर्थ, मुर्तजापुर
22. भूरीश्रव तीर्थ, भोर सैदां
23. लोमश तीर्थ, लोहार माजरा
24. काम्य तीर्थ, कमौदा
25. अपाग तीर्थ
26. कर्ण का टीला, मिर्जापुर
27. नाभिकमल, थानेसर
28. रंतुक यक्ष, बीड़ पिपली
29. स्थानेश्वर महादेव मंदिर
30. ओजस तीर्थ, शमशीपुर
31. रेणुका तीर्थ, रानाचा
प्रमुख संग्रहालय:-
- 1857 युद्ध संग्रहालय
- श्रीकृष्ण संग्रहालय
- धरोहर संग्रहालय
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध मेले :-
- अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव, ब्रह्मासरोवर तीर्थ पर
- अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव, पेहवा
- सूर्य ग्रहण मेला
- चैत्र चौदस मेला, सन्निहित सरोवर, सरस्वती तीर्थ पेहवा
- वामन द्वादशी मेला, सन्निहित सरोवर
- कार्तिक पूर्णिमा मेला, ब्रह्मासरोवर तीर्थ
- वसन्त नवरात्रि मेला, भद्रकाली मंदिर
- बैसाखी मेला, बांण गंगा तीर्थ-दयालपुर, सप्त सारस्वत तीर्थ – मांगना
- अमावस्या मेला
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध स्टेडियम :-
- द्रोणाचार्य स्टेडियम, Sector – 10
- हॉकी स्टेडियम, शाहाबाद
- स्वर्ण जयंती स्टेडियम, गांव पलवल में 20 एकड़ जमीन में बनाना प्रस्तावित
प्रमुख व्यक्ति / कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध खिलाड़ी :-
- शहीद मेजर नितिन बाली, सैक्टर – 7
- संदीप सिंह, हॉकी खिलाड़ी, पेहवा (खेल मंत्री हरियाणा)
- रानी रामपाल, हॉकी खिलाड़ी, शाहाबाद
- रितू रानी, हॉकी खिलाड़ी, शाहाबाद (भीम अवार्ड़ से समानित)
- नवजोत कौर, हॉकी खिलाड़ी, शाहाबाद
- नवनीत कौर, हॉकी खिलाड़ी, शाहाबाद
- सुरेंद्र कुमार पालड़, हॉकी खिलाड़ी, कुरुक्षेत्र शहर,सेक्टर-8
- सोनाली, पैरा तायक्वोंडो लाड़वा
- सुधा मल्होत्रा, भारतीय प्लेबैक सिंगर
- सुनील कुमार, वॉलीवाल खिलाड़ी, अभिमन्युपुर,
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध झीलें : –
- ब्रह्मसरोवर
- सन्नहित सरोवर
- ज्योतिसर सरोवर
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध नदियां :-
- सरस्वती नदी
- मारकण्ड़ा नदी
- दृषद्वती
- राक्षी
- ड़ांगरी
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध बावडि़याँ :-
- ईशरगढ़
- इस्माइलाबाद
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध वन :-
- काम्यक वन, कमोदा
- अदितिवन, अमीन
- व्यासवन
- फलकीवन
- सूर्यवन
- मधुवन
- सीतावन
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण :-
- सरस्वती वन्यजीव अभ्यारण/ सोनसर वन, श्योनसर, पेहवा
- छिल-छिला वन, सोन्टी
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल :-
- राजा हर्ष का किला, थानेसर
- सरस्वती घाट, झाँसा मार्ग
- भगवानपुरा
- राजा कर्ण का टीला, मिर्जापुर
- दौलतपुर
- बौद्ध स्तूप, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
- बीबीपुर कलाँ, पिहोवा
- अमीन (यक्ष – यक्षिणी के मूर्ति)
- जोगना खेड़ा (हड़प्पाकालीन धातुकर्म की भट्टियां)
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध मकबरे : –
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध चिड़ियाघर : –
- लघु चिड़ियाघर, पिपली
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध स्मारक: –
- शहीदी स्मारक, लघु सिचिवालय के पास
- पंचनद स्मारक, मसाना
- गुलजारी लाल नन्दा, स्मारक, नजदीक ब्रह्मासरोवर
कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान :-
- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
- आयुष विश्वविद्यालय, फतुहुपुर
- National Institute of Design Haryana, Umri
- NIELIT, Umri
- NIT, Kirmach Road
- IHM, Jyotisar
- Gurukul, Mirzapur
कुरुक्षेत्र में स्थित यक्ष की मूर्ति: –
वामन पुराण के अनुसार कुरुक्षेत्र भूमि के दर्शन के लिए पहले इस यक्ष से अज्ञा लेनी पढ़ती थी । इस पुराण में इसे यक्षेन्द्र की संज्ञा भी दी गई है । वर्तनाम में यह तीर्थ चिठ्ठा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
कुरुक्षेत्र में स्थित कोस मिनारें: –
Q. कोस मिनारें क्या होती हैं ?
उत्तर: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की एक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में 49 कोस मीनारें हैं। कोस मीनार प्राचीन ‘शाही मार्ग और राजमार्ग’ पर स्थित है, जिसे ‘ग्रैंड ट्रंक रोड’ के नाम से जाना जाता है, जिसे अब NH-1 (अब NH-44) में बदल दिया गया है। मुगल सम्राट जहांगीर के शासनकाल के दौरान खड़ी की गई 1619 ई. में, सम्राट जहांगीर ने मुल्तान के फौजदार बकिर खान को पुराने शाही मार्ग पर प्रत्येक कोस (2 मील और लगभग 3.22 किलोमीटर की दूरी) पर एक मीनार बनाने का आदेश दिया। इस कोस मीनार के कौनसा स्थान कितनी दूर है इसका पता लगाने के लिए किया गया था । कोस-मीनार एक वर्गाकार चबूतरे पर खड़ी ईंटों की ठोस ईंटों की संरचना है। प्रत्येक मीनार एक अष्टकोणीय आधार से ऊपर उठती है।
- कोस मिनार, थानेसर
- कोस मिनार, भिवानी खेड़ा
- कोस मिनार, सलारपुर रोड़
- कोस मिनार, अमीन
- कोस मीनर, जैनपुर
- कोस मीनर, अढोन
- कोस मीनर, मोहरी
- कोस मीनर, फतुहपुर
- कोस मीनर, सराई सुखी
कुरुक्षेत्र जिले से संबंधित प्रश्न उत्तर
Q. कुरुक्षेत्र जिला कब बना था ?
उत्तर : कुरुक्षेत्र (23 जनवरी 1973)
Q. कुरुक्षेत्र हरियाणा का कौन सा जिला बना था ?
उत्तर : 10 वां
Q. कुरुक्षेत्र हरियाणा के किस दिशा में स्थित है ?
उत्तर : कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है।
Q. कुरुक्षेत्र की सीमा कितने जिलों से लगती है ?
उत्तर: 5
Q. कुरुक्षेत्र की सीमा से लगने वाले जिले कौन से हैं ?
उत्तर: अंबाला, करनाल, यमुना नगर, कैथल और पंजाब के पटियाला
Q. कुरुक्षेत्र कितने वर्ग कि.मी. में फैला हुआ है?
उत्तर : यह जिला 1530 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
Q. कुरुक्षेत्र कितने डीग्री में फैला हुआ है?
उत्तर : 29052’00 “एन और 30012’02” एन और 76026’27 “ई से 7704’57” ई के लंबे अक्षांश के अक्षांश पर स्थित है।
Q. कुरुक्षेत्र का क्षेत्र हरियाणा के क्षेत्रफल से कितना है ?
उत्तर : हरियाणा राज्य के कुल क्षेत्रफल में इसका क्षेत्रफल 3.46% है।
Q. किस राजा की राजधानी थानेश्वर शहर थी?
उत्तर : राजा हर्षवर्धन
Q. “स्टील मैन ऑफ इंडिया” के नाम से कौन विख्यात हैं ?
उत्तर : अमनदीप
Q. अष्ट कोसी परिक्रमा क्या है ?
उत्तर :अष्ट कोसी परिक्रमा नाभि कमल से प्रारम्भ होकर, कार्तिक तीर्थ, स्थानेश्वर महादेव मंदिर, भद्रकाली तीर्थ, कुबेर तीर्थ, सरस्वती मंदिर, ब्रिध कन्या, रन्तुक यक्ष, शिव मंदिर, पलवल, बाणगंगा दयालपुर, आपगा तीर्थ, ज्योतिसर, बांग गंगा नरकतारी से होती हुई पुनः नाभि कमल तीर्थ पर पहुँचकर सम्पन्न होती है ।
48 कोस में फैले कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थल के बारे में जानें
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District Website: https://kurukshetra.gov.in/