भारत का नया संसद भवन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
संसद भवन की आधारशिला – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
नींव रखने की तिथि – 10 दिसम्बर, 2020
भवन का आकार – त्रिभुजाकार और 4 मंजिला
सदस्यों के बैठने की व्यवस्था –
- संयुक्त सत्र में कुल 1224 लोग बैठ सकेंगे ।
- लोकसभा सदन में 888 सदस्यों तथा राज्यसभा सदन में 384 सदस्यों की बैठने की व्यवस्था होगी ।
निर्माण कार्य
- निर्माण में कुल 971 करोड़ रूपये का खर्च आएगा ।
- सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत 2022 में पूरा होगा ।
- भवन के निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने 90 करोड़ रूपये में लिया है ।
- भवन का डिजाईन HCP डिजाइन एंड प्लानिंग कंपनी ने किया है ।
- नए संसद भवन 64,500 वर्ग कि.मी. में फैला होगा ।
भारत का पुराने भवन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
भवन का निर्माण
आधारशिला 12 फरवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में 6 साल लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 ने किया । इसके निर्माण पर 83 लाख रूपये की लागत आई ।
इस भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों – सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे ।
भवन का आकार – वृत्ताकार
यह लगभग छह एकड़ (24281.16 वर्ग मीटर) क्षेत्रफल में फैला हुआ है । इसके प्रथम तल पर खुले बरामदे के किनारे-किनारे क्रीम रंग के बालुई पत्थर के 144 स्तंभ हैं और प्रत्येक स्तंभ की ऊंचाई 27 फुट (8.23 मीटर) है । भवन के 12 द्वार हैं ।